वह सभी बच्चों को आशीर्वाद देते हुए आशीर्वाद और शुभकामनाएं देते हुए कक्षा से निकल गए। वह सभी बच्चों को आशीर्वाद देते हुए आशीर्वाद और शुभकामनाएं देते हुए कक्षा से निकल...
मिटा दे बरसो की प्यास, रस दे मुझ नीरस को। मिटा दे बरसो की प्यास, रस दे मुझ नीरस को।
आप अपने जैसे ही लोगो से मिलते हो और आप सामने वाले कि तारीफ भी करते हो आप अपने जैसे ही लोगो से मिलते हो और आप सामने वाले कि तारीफ भी करते हो
आने वाले समय में मनुष्य जितना नीरस कोई नहीं होगा। आने वाले समय में मनुष्य जितना नीरस कोई नहीं होगा।
वे विस्मित हो निरुत्तर हो जाते की जीवन पथ पर फूल कांटे और कांटे फूल कैसे बन जाते हैं। वे विस्मित हो निरुत्तर हो जाते की जीवन पथ पर फूल कांटे और कांटे फूल कैसे बन जाते...
बड़ी नाराज है शायरी मुझसे... बड़ी नाराज है शायरी मुझसे...